Please click on the link to download. https://www.scribd.com/document/383776589/Mahipal-s-Journey-in-School-for-Social-Change“….देश की हमारी वर्तमान स्कूली शिक्षा प्रणाली सभी के लिए उपियोगी नहीं है स्कूलों में पढाई का ढांचा जीवन अनुपियोगी साबित हो रही | क्यों सभी को सभी बिषय पढ़ने अनिवार्य है| हो सकता है की इंजिनियर के लिए गणित जरुरी है लेकिन एक किसान के बच्चे के लिए उसकी आवश्यकता नहीं है और साथ ही उसके घर समाज का भी माहौल नहीं है जिसके कारण वो उस विषय में अच्छा नहीं कर पाता है जिससे वो कई बार आगे नहीं बढ़ पाता.वहीं ‘स्कूल फ़ॉर सोशल चेंज’ का ढांचा और विषयवस्तु हमारे जीवन से सीधा सम्बंध रखती है| जो समाज व जीवन को बेहतर बनाने में उपयोगी है। स्कूली व्यवस्था बचपन से ही केवल रटने का काम कराती| वहीँ स्कूल फॉर सोसल चेंज में हमें तर्क वितर्क करने के साथ ही खेल और वैज्ञानिक पद्धति से समझने का काम करता है| जिससे देश समाज में चल रहे आर्थिक राजनैतिक सामाजिक मुद्दों को सही तौर से देखने समझने में मदद करता है| ”